जापानी इंसेफेलाइटिस बुखार का कारण और फैलने का तरीका
जापानी इंसेफेलाइटिस (JE) एक वायरस के कारण होता है, जो फ्लेविवायरस परिवार का सदस्य है। यह वायरस खासतौर पर क्यूलेक्स ट्राइटेनियोरिंचस मच्छरों द्वारा फैलता है। यह बीमारी आमतौर पर बच्चों को होती है, लेकिन वयस्कों में भी इसके मामले हो सकते हैं। इस बीमारी का मुख्य कारण पानी में रहने वाले पक्षियों और कुछ जानवरों (जैसे सुअर) में पाया जाने वाला JE वायरस है। जब मच्छर इन जानवरों को काटता है और फिर इंसान को काटता है, तो यह वायरस व्यक्ति में फैल जाता है।
जापानी इंसेफेलाइटिस के लक्षण
इस बीमारी के शुरुआती लक्षणों में हल्का बुखार, सिरदर्द, और शरीर में कमजोरी महसूस होती है। जैसे-जैसे बीमारी बढ़ती है, उल्टी, दौरे, और दिमागी दौरे जैसे लक्षण सामने आ सकते हैं। अगर यह वायरस दिमाग पर हमला कर लेता है, तो स्थिति गंभीर हो सकती है और मरीज की जान पर भी संकट हो सकता है।
क्या जापानी इंसेफेलाइटिस की कोई वैक्सीन है?
इस बुखार से बचाव के लिए वैक्सीनेशन उपलब्ध है। जापानी इंसेफेलाइटिस वायरस के खिलाफ वैक्सीनेशन बच्चों के लिए अनिवार्य है। यह वैक्सीन 80 से 90 प्रतिशत तक बचाव प्रदान करती है। वैक्सीनेशन की दो खुराकें दी जाती हैं—पहली खुराक 9 महीने के बच्चों को और दूसरी खुराक 16 से 24 महीने की उम्र में दी जाती है।
जापानी इंसेफेलाइटिस से बचाव के उपाय
इस बीमारी से बचाव के लिए सतर्कता बहुत महत्वपूर्ण है, और समय रहते इलाज प्राप्त करना इस बुखार से बचने में सहायक हो सकता है।
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