बाहुबली के ब्लॉकबस्टर होते ही तमन्ना भाटिया को सताने लगी थी ये चिंता, 9 साल बाद किया बड़ा खुलासा

बाहुबली की सफलता के बाद उत्पन्न हुआ डर

2015 में रिलीज हुई फिल्म बाहुबली: द Beginning ने भारतीय सिनेमा की दुनिया को हिलाकर रख दिया था। फिल्म ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़े, बल्कि प्रभास, अनुष्का शेट्टी और तमन्ना भाटिया जैसे सितारों की किस्मत भी बदल दी। बाहुबली ने न केवल भारत में, बल्कि दुनियाभर में अपार सफलता हासिल की और फिल्म के दूसरे भाग बाहुबली 2: द Conclusion का इंतजार भी दर्शकों ने बेताबी से किया। इस फिल्म ने न केवल करोड़ों रुपये कमाए, बल्कि यह भारतीय सिनेमा की सबसे बड़ी फिल्मों में से एक बन गई। हालांकि, इस बड़ी सफलता के बाद तमन्ना भाटिया के मन में एक बड़ी चिंता पैदा हो गई थी, जिसे उन्होंने अब 9 साल बाद एक इंटरव्यू में साझा किया।

तमन्ना भाटिया ने बताया अपनी चिंता का कारण
तमन्ना भाटिया ने हाल ही में एक इंटरव्यू में बाहुबली की सफलता के बाद के अपने डर का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि जब फिल्म हिट हुई, तो उनके ऊपर भारी जिम्मेदारी का दबाव था। वह यह सोचने लगीं कि "क्या हम इस सफलता से कुछ बड़ा कर सकते हैं?" तमन्ना ने यह भी बताया कि वह लगातार इस चिंता से परेशान रहती थीं कि क्या वह दर्शकों की उम्मीदों पर खरा उतर सकेंगी, क्योंकि बाहुबली जैसी बड़ी फिल्म के बाद अब कोई भी प्रोजेक्ट उतना बड़ा और प्रभावशाली नहीं हो सकता था।

तमन्ना ने बताया कि बाहुबली के बाद उनकी सोच और दृष्टिकोण में बड़ा बदलाव आया। उन्होंने कहा, "यह फिल्म हमारे लिए एक गेम चेंजर साबित हुई। फिल्म की सफलता ने हम सभी को एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया, और उसके बाद किसी भी फिल्म को उतना बड़ा बनाने का दबाव था। मुझे खुद डर लगने लगा था कि क्या हम इससे भी बेहतर कुछ कर पाएंगे।"

साउथ इंडस्ट्री में काम करने का अनुभव
साथ ही, तमन्ना ने साउथ फिल्म इंडस्ट्री में अपने अनुभवों के बारे में भी बात की। उन्होंने बताया कि साउथ इंडस्ट्री में काम करने के दौरान वह नए कल्चर और भाषा से काफी हद तक अंजान थीं। "यह इंडस्ट्री मेरे लिए बिल्कुल नई थी। मुझे यहां पर काफी वक्त लगा और कई बार मैं अपने रोल्स में प्रयोग करती रही, क्योंकि मैं यहां पर खुद को ढालने की कोशिश कर रही थी। यहां के कल्चर और काम करने के तरीके में बड़ा अंतर था," उन्होंने कहा।

भाषाई कौशल में सुधार
तमन्ना भाटिया ने यह भी स्वीकार किया कि समय के साथ उन्हें साउथ इंडस्ट्री के दर्शकों और काम करने के तरीके को समझने में मदद मिली और अब वह तमिल और तेलुगू में भी सहज हो गई हैं। "अब मैं इन भाषाओं में बात कर सकती हूं, जो पहले मेरे लिए काफी चुनौतीपूर्ण था। मेरे लिए यह एक बड़ा बदलाव था," उन्होंने कहा।

कठिन रोल्स निभाने में मजा आता है
साथ ही, तमन्ना ने अपने करियर के बारे में भी कुछ महत्वपूर्ण बातें शेयर कीं। उन्होंने यह कहा कि वह हमेशा अपने किरदारों में ईमानदार रहती हैं और कठिन रोल निभाने में उन्हें मजा आता है। "मैं कभी भी अपने किरदार में लापरवाही नहीं बरतती। मैं हमेशा अपने रोल्स को गंभीरता से लेती हूं और उन्हें बेहतरीन तरीके से निभाने की कोशिश करती हूं," उन्होंने कहा।


बाहुबली में देवसेना का किरदार

बाहुबली फिल्म में तमन्ना भाटिया ने देवसेना का किरदार निभाया था, जो एक मजबूत और बहादुर महिला का प्रतीक था। उनके साथ प्रभास और अनुष्का शेट्टी भी मुख्य भूमिका में थे, और फिल्म में उनका प्रदर्शन दर्शकों ने सराहा था। फिल्म के पहले और दूसरे दोनों ही पार्ट्स ने बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त सफलता हासिल की, और इसे भारतीय सिनेमा की सबसे बड़ी फिल्मों में से एक माना जाता है।

सफलता के बाद भी दबाव और चिंता
आज, तमन्ना भाटिया एक स्थापित और सम्मानित अभिनेत्री हैं, लेकिन बाहुबली की सफलता के बाद उनके मन में जो डर था, उसे उन्होंने खुलकर साझा किया। यह साबित करता है कि सफलता के बावजूद, कलाकारों पर एक दबाव बना रहता है, और यह दबाव कभी-कभी उन्हें मानसिक रूप से भी प्रभावित कर सकता है।





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